अंतर्राष्ट्रीय सर्व-जन स्वास्थ्य बीमा व्याप्ति दिवस (UHC DAY)
भारत कि स्वास्थ्य प्रणाली कि छवि में सुधार पर लांसेंट सिटीजंसकमिशन ने शीघ्र कार्यवाही का आह्वान किया है – सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा सभी कि आवाजों पर बनाई जानी चाहिए
12 दिसम्बर 2021 – इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय सर्व-जन स्वास्थ्य बीमा व्याप्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है,जो 2012 में संयुक्त राष्ट्र के देशों कोसर्व-जन स्वास्थ्य बीमा व्याप्ति (UHC) की प्रगति में तीव्रता लाने के लिए अनुरोध के एक प्रस्ताव की ऐतिहासिक और एकमत से पुष्टि करने कि वर्षगांठ है, जो 2030 तक “सभी के लिए स्वास्थ्य” प्राप्त करने की वैश्विक प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। भारत की स्वास्थ्य प्रणाली की छवि में सुधार पर लांसेंट सिटीजंस कमिशन इस बात का समर्थन करता है कि UHC को प्राप्त करने के लिए भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में ढांचागत परिवर्तन की जरूरत होगी, जो कि महामारी की छाया में और ज़्यादा दिख रहा है। हमारा मानना है कि ऐसा ढांचागत परिवर्तन न सिर्फ नीतिनिर्माताओं और जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के दृष्टिकोण से निर्देशित होना चाहिए बल्कि, उतना ही महत्वपूर्ण है, स्वास्थ्य देखभाल में शामिल विभिन्न क्षेत्रों के साथ परामर्श और उनकी भागीदारी के साथ किया जाए। इस बाद वाले में काम करने वाले (जैसे डॉक्टर और नर्सें) और लाभ पाने वाले (जैसे भारत कि जनता) दोनों शामिल हैं। ऐसे परामर्शों को उन बहुत सारी विभिन्नताओं और असमानताओं को अंगीकार करना चाहिए जो इस देश और इसकी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विशेषता हैं। यह परामर्श विभिन्न तरीके इस्तेमाल करके की जाएंगे, जिनमें शामिल हैं जिले के मामलों का अध्ययन, कार्यशालाएं, और एक पूरे देश का प्रतिनिधित्व करता हुआ सर्वेक्षण। इस प्रमाण के आधार पर कार्यक्रमों और प्रकाशनों (www.citizenshealth.in) कि एक शृंखला के माध्यम से इसके विस्तार से, कमिशन ऐसी स्वास्थ्य प्रणाली की एक नागरिक योजना प्रकाशित करेगी जो सभी नागरिकों को एक विस्तृत, जिम्मेदार, पहुँच योग्य, समावेशी, और वहन योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगी।
भारत में UHC प्राप्त करने के मार्ग पर प्रकाश डालते हुए, गगनदीप कांग, प्रोफेसर, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर ने कहा, “सर्व-जन स्वास्थ्य बीमा व्याप्ति प्रदान करने के लिए भारत को पूरे समाज के लिए सेवाओं का एक विश्वसनीय, पहुँच योग्य समूह बनाने के लिए जल्द और संगठित कार्यवाही कि जरूरत है। कुशल, ध्यान रखने वाले, प्रतिबद्ध मानव संसाधनों से लेकर उन तकनीकों और शासन की प्रणालियों को सक्षम करने तक जो सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने को सशक्त, सुगम बनाते हैं और उसका मूल्यांकन करते हैं, UHC कि ओर बढ़ने के लिए हमें प्रणालियों और ढांचों में परिवर्तन कि जरूरत है। हम जानते हैं यह हो सकता है और हमें यह करने के लिए सभी क्षेत्रों में मिलकर काम करना होगा।“
“बायोकॉन की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार-शॉ ने कहा, “कोविड 19 महामारी ने टीकाकरण, निदान, उपचार, और परिणाम के डिजिटाइज़ आंकड़ों को पकड़ने की तकनीक की शक्ति को खोल दिया है। हमारे पास कोविड से आगे विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्मों का फायदा उठाने और उन्हें उन्नत स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन में इस्तेमाल करने का मौका है जो पूरे सार्वजनिक और निजी परितंत्र को पहुँच और वहन करने कि योग्यता प्रदान करता है।
तरुण खन्ना, हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में जॉर्ज पाउलो लेमन्न प्रोफेसर और द लक्ष्मी मित्तल एण्ड फॅमिली दक्षिण एशिया इंस्टिट्यूट के निदेशक, ने भारत की व्यापक महत्वकानकक्षाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर टिप्पणी की। “स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में संस्थागत परिवर्तन का लाभ बहुत बड़ा है, लेकिन सर्व-जन स्वास्थ्य सेवा का कोई आसान रास्ता नहीं है। हमें भारत में समझदारी भरे रास्ते के लिए और विभिन्न घटकों में विश्वास पैदा करने के लिए सभी क्षेत्रों से बातचीत करनी चाहिए।“
“विक्रम पटेल, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के ग्लोबल हेल्थ के परशिंग स्क्वेयर प्रोफेसर; हार्वर्ड टीएच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर; संगथ के सह-संस्थापक ने कहा,“जबकि दुनिया कोविड-19 महामारी के तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रही है, सभी देशों को ऐसी स्वास्थ्य सेवाओं कि जरूरत का एहसास हुआ है जो विश्वव्यापी, प्रतिक्रियात्मक, निष्पक्ष, प्रमाणित जानकारी वाली, और मजबूत हों।“
भारत कि स्वास्थ्य प्रणाली कि छवि में सुधार पर लांसेंट सिटीजंस कमिशन अगले दशक में भारत के लोगों के लिए सर्व-जन स्वास्थ्य बीमा व्याप्ति प्राप्त करने के लिए नागरिकों कि एक योजना विकसित करने का विभिन क्षेत्रों के आरपार एक प्रयास है। लांसेंट सिटीजंस कमिशन पर अधिक जानकारी के लिए, कृपया www.citizenshealth.in पर जाएं।
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